Chand Hindi Shayari is a poetic tribute to the moon, symbolizing beauty, love, and longing. This collection captures the magic of the moon in words, blending romance and emotion in every line. Whether you're expressing admiration, love from afar, or romantic feelings, Chand Shayari in Hindi adds a dreamy touch to your emotions. Share these heartfelt lines with someone special or simply enjoy the soothing beauty of moon-inspired poetry.
एक अदा आपकी दिल चुराने की,
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद सा और एक,
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की !
सारी रात गुजारी हमने इसी Intzaar में की
अब तो चाँद निकलेगा AAdhi रात में !
कितना हसीन चाँद सा चेहरा है, उस पर शबाब
का रंग गहरा है, खुदा को यकीन न था वफ़ा पर
तभी चाँद पर तारों का पहरा है !
तू अपनी निगाहों से न dekh खुद को
चमकता हीरा भी तुझे patthar लगेगा
सब कहते होंगे चाँद का tukda है तू
मेरी नजर से chand तेरा टुकड़ा लगेगा !
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं
हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं
आप तो चले जाते हो छोड़कर हमें
हम रात भर आपसे मिलने को तरसते हैं !
देखने के बाद आपको हमें होश कहां रहेगा
हम रहेंगे वहाँ जहाँ चांद हमारा रहेगा !
न चाहते हुए भी मेरे लब पर
ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आए
सनम की याद आ जाती है !
पत्थर की दुनिया jazbaat नहीं समझती
दिल में क्या है वो baat नहीं समझती
तनहा तो चाँद भी sitaro के बीच में है
पर चाँद का दर्द वो raat नहीं समझती !
चाँद के दीदार में तुम
छत पर क्या चली आई
शहर में ईद की
तारीख मुक्कमल हो गयी !
चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको
आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया !
कितना haseen चाँद सा चेहरा है
उस पर shabab का रंग गहरा है
खुदा को yakeen न था वफ़ा पर
तभी चाँद पर taaron का पहरा है !
रात भर करता रहा
तेरी तारीफ चांद से
चाँद इतना जला की
सुबह तक सूरज हो गया !
मुझे तो रोक लिया उसे कैसे रोकोगी तुम
वो जब चांद तुम्हें देखेगा उसे कैसे टोकोगी तुम !
सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको
कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !
न चाहकर भी मेरे lab पर
ये fariyad आ जाती है
ऐ chand सामने न आ
किसी की yaad आ जाती है !
चाँद के लिए सितारे अनेक है
लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है
आपके लिए तो हज़ारों होंगे
लेकिन हमारे लिए आप एक हैं !
काले बादलों में छिपना पड़ा, बहुत देर तक वहीं रहना पड़ा
और शर्त थी कि दोनों में से कौन ज्यादा खूबसूरत है
चाँद को वहीं रहना था
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं !
मैंने चाँद में तेरा चेहरा कैसे देखा,
तूफानों से आसमान का रंग मैला हो गया।
जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले
वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !
चाँद जैसा चेहरा कैसा हसीन है,
उस पर शबाब का रंग गहरा होता है,
भगवान विश्वास पर नहीं थे,
तभी चंद्रमा पर तारन का पहरा होता है।
दीदार- ए- चांद वाली रात आयी है
बाजारों में रौनक और घरों में
खुशियों की सौगात लायी हैं !
रात भर करते रहे
चाँद से तेरी स्तुति,
चाँद इतना जल गया,
सुबह तक सूरज ढल चुका था।
बादल चाँद को छुपा सकता है
आकाश को नहीं हम सब को
भुला सकते हैं आपको नहीं !
काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए
एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए।
अनिच्छा से मेरी प्रयोगशाला पर
ये फरियाद आता है,
ऐ चंद सामने मत आना
किसी की याद आती है।
सूखी जामुन के पेड़ के रस्ते
छत ही छत पर जा रहा है चाँद!
न चाहकर भी मेरे लब पर
ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आ
किसी की याद आ जाती है।
क्यों मेरी तरह रातों को रहता है परेशान
ऐ चाँद बता किस से तेरी आँख लड़ी है।
चाँद के लिए कई तारे हैं
लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है,
आपके लिए हजारों होंगे,
लेकिन आप हमारे लिए एक हैं।
डूब चुका जब नील गगन की झील में तेरा हर वादा
चमक रहा था मेरे दिल में फिर भी तेरे ग़म का चाँद!
पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम
उन तन्हा रातों में तकिये से लिपटकर रोते थे हम
तूने तो देखा नही छोड़ने के बाद
दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम।
वो चाँद ये कहकर चला गया था कि आज निकलेगा,
इसलिए मैं शाम से इंतजार कर रहा हूं।
है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार की
हर फूल से आती है महक तेरे प्यार की!
ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है
उसी अल्लाह ने मुझको भी मुहब्बत दी है!
हे चाँद मुझे बताओ कि तुम मेरे बारे में क्या सोचते हो,
सारी रात मेरे साथ क्यों जागती है,
मैं उसके प्यार में दीवाना बन गया हूँ,
क्या आप भी किसी बेपनाह से प्यार करते है
मेरा और उस चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है
वो तारो में तन्हा मैं हजारो में तन्हा।
ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है
क्यों मेरे साथ सारी रात जागा करता है
मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में
क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है।
रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद
बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद!
जिसका चाँद हज़ारों,
हाँ प्रेमियों, वह क्या समझेगा
सितारों की कमी के लिए।
तेरी मेरी जोड़ी वल्लाह धूम मचीगी
ऐसे ही सब पचा लेंगे
पर ये बात चाँद को हजम नहीं होग
हे चाँद, तुम मेरे द्वार पर क्यों आए हो?
उस शख्स को छोड़ दिया जिसके धोखे में तुझे देखा करते थे।
इश्क तेरी इन्तेहाँ इश्क मेरी इन्तेहाँ
तू भी अभी न तमाम मैं भी अभी न तमा
चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको
आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया।
इतना बेचैन था सोया न रात बहारी
पल्को से चांद पर तेरा नाम लिख रहा था।
दीदार-ए- चांद की रात आ गई,
बाजारों में और घरों में,
खुशियों की सौगात लाई है।
बात यह है कि धरती पर चांद होता है,
जब चांद को पता चलता है
या तो तुमने चाँद खो दिया
या चाँद बुरी तरह जलता है
हर रात डूबती है, मैं चाँद को तैरना सिखाना चाहता हूँ।
चाँद रातों में टूटी छतों से तपकता है,
चाँद बारिश की तरह करतब करता है
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं।
चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपका
जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका!
बादल चाँद को छुपा सकता है
हम सभी को आकाश में नहीं
आपको भूल नहीं सकता।
रोज मर रहे दीवाने वही करते हैं, बस यही कांड है।
हाँ, मैंने यह भी देखा है कि चाँद की तरह ही पृथ्वी पर एक चाँद भी है
चाँद को छूने की जिद है मुझमें,
तो अब नदी में एक घेरा बना लें।
काश ऐसी शाम भी हमारी किस्मत में आए,
अगर कोई चांद प्लेन पर निकला है तो उसे छत पर आना चाहिए।
रात में टूटी छतों पर चांद टपकता है।
चन्द्रमा भी वर्षा की भाँति कार्य करता है।
चाँद से तुझ को जो दे निस्बत सो बे इंसाफ़ है
चाँद के मुँह पर हैं छाईं तेरा मुखड़ा साफ़ है!
लड़कों पर करें चांद जैसे चेहरे का जुल्म
लड़के उसके पीछे सड़कों पर पागल हो गए
ऐ काश ऐसी शाम हमारे नसीब में आए,
अगर कोई चांद प्लेन पर निकला है तो उसे छत पर आना चाहिए।
आज टूटेगा तू चाँद का चाँद देख,
आज मैंने उन्हें छत पर बुलाया है।
आपका हर वादा नीले आसमान के सामने धराशायी हो गया है।
फिर भी तेरे ग़म का चाँद मेरे दिल में चमक रहा था।
अगर तुम हाँ करोगे तो हम चाँद को ज़मीन पर ला देंगे
पर हाँ सिर्फ तुम्हारे लिए आसमान से छीन कर
वैसे तो कई दोस्त है हमारे जैसे आसमान में है कई तारे
पर आप दोस्ती के आसमान के वो चाँद है जिसके सामने
फीके पड़ते हैं सारे सितारे!
मैं अपनी तरह रातों को परेशान क्यों रहता हूँ?
मुझे बताओ, हे चंद्रमा, जिस से तुम्हारी आंखें लड़ी हैं।
आसमान और जमीन के बीच की दूरी हर-चंद है।
हे सनम, दूर से ही चन्द्रमा जैसा मुख दिखाई दे रहा था।
वे अपनी जीभ बंद रखते हैं, वे अपने होंठ नहीं खोलते हैं।
चाँद के सामने तारे नहीं बोलते।
और मुझे याद है इसे लेने के लिए चाँद को भी देना पड़ा था
खूबसूरती के मामले में जब वो चांद से लड़े थे
आइए अपनाएं चंद्रमा का चरित्र,
दाग को अपने पास रखें और रोशनी बांटें।
नजर में आपकी नज़ारे रहेंगे पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे
बदल जाये तो बदले ये ज़माना हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे!
यह दुनिया बिल्कुल वैसी ही है
जैसा आप देखना चाहते हैं
चाहें तो कीचङ में कमल देख लो
चाहें देख लो चाँद पर दाग!
चाँद भी हैरान…नदी भी मुसीबत में।
अक्स किसका है? इतना प्रकाश है पानी में।
रात किसके हिस्से में आ गई है।
सुनिश्चित करें कि चंद्रमा का भी अपना हिस्सा होगा।
एक तो चाँद की तरह, तुम्हारे माथे पर काला धब्बा है।
यह धर्म के विरुद्ध है कि आप एक ओर अत्याचार कर रहे हैं
हम रात भर आसमान में चाँद को ढूंढते रहे,
चाँद चुपचाप मेरे आँगन में उतर आया।
चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है
उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है!
देखा चांद आज जो मेरे छत की तरफ
शर्मा के डूब गया मगरिब की तरफ
बुला रखा हूं मैं जो अपने महबूब को
तारे चमकने लगे हैं आसमां की तरफ!
चाँद का चेहरा कितना खूबसूरत है
इसका रंग गहरा है,
भगवान वफ़ा को नहीं मानते थे,
इसलिए चंद्रमा की रक्षा सितारों द्वारा की जाती है।
प्यार में पड़ना कोई अजीब बात नहीं है।
चमकता सूरज भी चाँद के लिए अस्त होता है।
जब कभी बादलों में घिरता है
चाँद लगता है आदमी की तरह!
यक़ीन चाँद पे सूर में एश्तिबार भी रख
मगर निगाह में थोड़ा सा इंतिज़ार भी रख!
तेरे हुस्न के सामने सादा लगा
चांद पूरा था मगर आधा लगा!
मुझे यकीन है कि सितारों की एक छोटी सी आँख है,
मैं चाँद को इशारा करके छत पर बुलाऊँगा।
चाँद बेवजह मुस्कुरा रहा है
चाँद कोई षडयंत्र छुपा रहा है।
अँधेरे के प्रेम को जानकर रूस या ईश्वर का भय है।
अब मैं अपने आँगन में चाँद को उतरने नहीं देता।
उसके चेहरे की चमक के सामने सब सादा लगा
आसमान पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा!
मेरा और चांद का क़िस्मत एक जैसा है
वो तारों में अकेला और मैं हजारों में अकेला!
दिन में चैन नहीं ना होश है रात में
खो गया है चाँद भी देखो बादल के आगोश में !